१ अक्टूबर २०१५ को भाजपा ने अपना विज़न डाक्यूमेंट्स जारी कर दिया है. इस विज़न डॉक्यूमेंट का उद्देश्य है ‘सवर्णों से छीनो और दलितों को दो’. इस डॉक्यूमेंट को जारी करते समय अरुण जेटली ने कहा की आरक्षण इस देश की वास्तविकता है. भाजपा आरक्षण की मोजुदा व्यवस्था बनाये रखने के पक्ष में है. हम जनसंघ के ज़माने से आरक्षण के पक्ष में थे, है और रहेंगे. आरक्षण पिछड़ो को पिछड़ेपन से निकालने का संवेधानिक प्रावधान है जिसे जरी रखने के लिए भाजपा प्रतिबद्ध है.
भाजपा के विज़न डॉक्यूमेंट (शाजिश पत्र) की विशेषताएं निम्न है:
- दलित और महादलित टोलों में रंगीन टीवी दिया जायेगा: सवर्णों ने क्या पाप किया है जो उनको नहीं दिया जायेगा. जब दलितों और महादलितों को दिया जायेगा तो किससे लेकर दिया जायेगा. जाहिर है सवर्णों से लेकर ही दिया जायेगा.
- भूमिहीन परिवार को घर बनाने के लिए ५ डिसमिल (१९०० वर्गफीट) जमीन दी जाएगी: भूमिहीन परिवार कौन हैं? जाहिर है सवर्ण नहीं है. आजतक जितने भी तथाकथित भूमि सुधार हुए हैं उनमे सवर्णों की भूमि ही छीनी गयी है. जब दलितों को भूमि दी जाएगी तो ली किसकी जमीन जाएगी? भाजपा दूसरे ग्रह से भूमि नहीं ला सकती. जाहिर है इस बहाने भी सवर्णों की ही भूमि छीनी जाएगी.
