जैसे भाजपा ने राजस्थान में गुर्जरों को आरक्षण का झुनझुना थमाया था वैसे ही अब गुजरात में कांग्रेस ने पाटीदारों को आरक्षण का झुनझुना थमा दिया है. कांग्रेस ने गुजरात में चुनावी वादा किया है की यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह गैर आरक्षित समुदाय के लिए विधेयक पेश करेगी. कांग्रेस ने पटेल समुदाय को ओबीसी की तर्ज पर आरक्षण देने में सहमती जताई. पाटीदारों को अन्य पिछड़ा वर्ग की तरह लाभ मिलेगा.
नए फार्मूले के अनुसार एसटी / एससी और ओबीसी को राज्य में दिए जा रहे 49% आरक्षण को छेड़े बिना कांग्रेस ने उन समुदायों को आरक्षण देने का फैसला किया है जिन्हें संविधान के अनुच्छेद 31 (C) और अनुच्छेद 46 के तहत अब तक आरक्षण का लाभ नहीं मिला है.
कांग्रेस के इस चुनावी वादे पर पब्लिक पोलिटिकल पार्टी के अध्यक्ष श्री लोकेश शीतांशु श्रीवास्तव ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा की यह एक चुनावी वादा है और अव्यवहारिक है. सर्वोच्च न्यायलय ने इंदिरा साहनी बनाम भारत सरकार मामले में किसी भी हालत में 50% से अधिक आरक्षण देने पर रोक लगा राखी है.
