केंद्र की मोदी सरकार चाहती है की भारत के सवर्ण (ब्राह्मण + क्षत्रिय + कायस्थ + वैश्य) नागरिक गंभीर बीमारियों की इलाज के लिए भटकते रहें और भटकते भटकते मर जाएँ.
एसटी, एससी वर्ग को सरकार की और से जल्द ही एक बड़ी राहत मिलने वाली है. उन्हें अब गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. एक आवेदन एवं खुद के प्रमाणित दस्तावेज के आधार पर ही उन्हें मदद मिल जाएगी. अभी तक उन्हें मदद के लिए अपने आवेदन को सांसद अथवा कलेक्टर से अनुमोदित करवाना पड़ता था. साथ ही आवेदन के साथ सौपें गए समस्त दस्तावेजों को भी किसी राजपत्रित अधिकारी से प्रमाणित करवाने अनिवार्यता है.
मोदी सरकार के इस भेदभाव का विरोध करते हुए पब्लिक पोलिटिकल पार्टी ने कहा है की सरकार के सभी नागरिक एक समान होते हैं. अभी को बिना किसी भेदभाव के चिकिस्या सुविधाएँ पाने का अधिकार है. मोदी सरकार ऐसी सुविधाएँ एस सी, एस टी को तो देना चाहती है पर सवर्णों (सामान्य वर्ग) के लोगों को क्यूँ नहीं देना चाहती है इसका कारण बताये और इसपर एक श्वेतपत्र जारी करे. सवर्ण विरोधी भाजपा सरकार का पतन शीघ्र ही हो जायेगा.
