बाल्मीकि क्रांति दल के अवर्ण कार्यकर्ताओं ने मुजफ्फरनगर के हनुमान चौक के प्राचीन हनुमान मंदिर पर 4 दिसंबर को कब्ज़ा कर लिया. अवर्णों ने ब्राह्मण पुजारी को मंदिर से बहार निकलकर स्वयं पूजा अर्चना की. मंदिर के ऊपर दलित हनुमान का फ्लेक्स भी लगा दिया. अवर्णों का कहना था की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं हनुमानजी को दलित बताया है अतः देश के सारे हनुमान मंदिरों पर केवल अवर्णों का अधिकार है.

पब्लिक पोलिटिकल पार्टी (पपोपा) अवर्णों के इस कार्य का वरोध करती है और संवेधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों को चेतावनी देती है की अगर भगवान को जाति में बाटा गया तो इसका परिणाम गृहयुद्ध के रूप में सामने आएगा.
