सवर्ण विरोधी भाजपा ने 8 फ़रवरी को लखनऊ में अपना चुनाव घोषणापत्र जारी कर दिया. इसमें कहा गया है की महिलाओं, अल्पसंख्यकों एवं दलितों के खिलाफ अपराध पर शून्य सहनशीलता होगी. इसमें सवर्णों का कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है.

भाजपा की इस घोषणापत्र का विरोध करते हुए पब्लिक पोलिटिकल पार्टी भाजपा और कांग्रेस से निम्न प्रश्न पूछती है:-

  • इसमें सवर्णों को शामिल क्यूँ नहीं किया गया?
  • क्या भाजपा सवर्णों को भारत का नागरिक नहीं समझती है?
  • क्या सवर्ण मनुष्य कहलाने के योग्य नहीं हैं?
  • क्या सवर्ण अपने लिए कोई दूसरी सर्कार बना लें?
  • क्या सवर्ण अपने लिए अलग देश की मांग करें?
  • सवर्ण कब तक इस देश में दोयम दर्जे के नागरिक रहेंगे?

#सवर्ण_विरोधी_भाजपा

#सवर्ण_विरोधी_कांग्रेस

#PublicPoliticalParty

#पब्लिक_पोलिटिकल_पार्टी  

Leave a comment