भारतीय जनता पार्टी की सरकार में बड़ी लापरवाही के मामले प्रकाश में आ रहे हैं।
और लोकपाल जैसे प्रमुख पद को भी जोकपाल बना के रख दिया है। ऐसा पब्लिक पॉलीटिकल पार्टी ने इसलिए कहा है कि बिना अध्यक्ष के चल रहे लोकपाल में दो वर्ष से न्यायिक सदस्य भी आधे हो गए हैं। तीन साल में एक भी मामले में अभियोजन को मंजूरी नहीं मिली है।
लोक सेवकों के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार के मामलों में जांच पड़ताल के लिए स्थापित लोकपाल 27 मई से बिना अध्यक्ष के चल रहा है। अध्यक्ष के तौर पर जस्टिस पी. चंद्र घोष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद से लोकपाल के न्यायिक सदस्य जस्टिस प्रदीप मोहंती फिलहाल अध्यक्ष का अतिरिक्त भार संभाल रहे हैं, वहीं नियमों के मुताबिक लोकपाल का एक अध्यक्ष और आठ सदस्य हो सकते हैं जिसमें सदस्य न्यायिक होने चाहिएं लेकिन पिछले 2 वर्ष से न्यायिक सदस्यों के भी पद रिक्त हैं, इतना ही नहीं लोकपाल की स्थापना के बाद से अब तक भ्रष्टाचार के किसी भी आरोपी के ख़िलाफ़ अभियोजन की स्वीकृति नहीं दी है। इसलिए पब्लिक पोलिटिकल पार्टी ने कहा है कि भाजपा ने लोकपाल को जोकपाल बना के रख दिया है।

#PPP

#PublicPoliticalParty

#LokeshShitanshuShrivastava

#DeepmalaSrivastva

#BJP

#BJPLokpal

#BJPLOkpaltojakepal

#BJPGovernment

#JusticeP.ChandraGhosh

#JusticePradeepMohanty

Leave a comment