नई दिल्ली।
जातिगत गणना का मुद्दा अब देशभर में चर्चाओं का केंद्र है। जबकि पब्लिक पोलिटिकल पार्टी ने शुरू से ही इस को आगे बढ़ाने का काम किया है कि जातिगत गणना देश के लिए बहुत आवश्यक है। पार्टी सवर्णों की जनगणना को भी अति आवश्यक समझती है उसे कराने की मांग उठाने के साथ साथ पार्टी के एजेंडे में सवर्णों की गणना प्रमुखता पर है। अभी फिलहाल आंध्र प्रदेश में राज्य सरकार पिछड़ा वर्गों की जाति आधारित जनगणना कराने जा रही है। और उनका कहना है कि इस कवायद का मकसद इस श्रेणी में आने वाले समुदायों की बेहतर सेवा करना है। लेकिन पब्लिक पोलिटिकल पार्टी ने सवाल खड़ा किया है कि ये सरकारें सवर्णों की गणना क्यों नहीं करा रहीं। क्या इस समूह की बेहतरी नहीं चाहती ये सरकार। अन्य के लिए तो कहा जा रहा है कि समुदाय अलग-अलग क्षेत्रों में अपने प्रतिनिधित्व के स्तर को नहीं जानते हैं और इस कवायद से उन्हें इस बारे में जानकारी हासिल हो सकेगी। तो क्या सवर्ण समाज के लोगों को इसकी आवश्यकता नहीं है।
श्रीमती दीपमाला श्रीवास्तव ने कहा कि बार बार जातीय जनगणना कराने को कहने के पश्चात अब जब इस कार्य को कराया जा रहा है तो सवर्णों की गणना क्यों नहीं कराई जा रही है। ये दोगले मानदंड पब्लिक पोलिटिकल पार्टी कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
#PPP
#Publicpoliticalparty
#deepmalasrivastva
#lokeshshitanshusrivatava
#savarnacensus
#castecensus
