प्राचीन काल से ही आय एवं जीविका का मुख्य साधन भूमि थी. स्वतंत्र भारत में कांग्रेस की सरकारों ने तरह तरह के हदबंदी कानून बनाकर सवर्णों से भूमि छीन ली और अवर्णों को मुफ्त में दे दी. हदबंदी / हतबंदी का अर्थ होता है की किसी एक मालिक से जिसके पास एक निश्चित सीमा से अधिक भूमि है छीन ली जाएगी. स्वाभाविक रूप से भूमि के स्वामी सवर्ण थे. उनसे भूमि छीन ली गयी. आय का सधन चला गया और सवर्ण गरीब होते चले गए.
पब्लिक पॉलिटिकल पार्टी का उद्देश्य है की 15 अगस्त 1947 को जिस भूमि के स्वामी सवर्ण थे उन्हें अथवा उनके वंशजों को वह भूमि वापस कर दी जाये.
